रायपुर: उप मुख्यमंत्री एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री विजय शर्मा ने युवा दिवस के अवसर पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होनें तकनीकी विश्श्वद्यालय भिलाई में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह खुशी की बात है कि इस विश्वविद्यालय का नाम स्वामी विवेकानंद जी के नाम से है। हमें उनके विचारों से निरंतर प्रेरणा लेनी चाहिए। जीवन में आगे बढ़ने के लिए आत्म विश्वास की आवश्यकता होती है। हमें स्वयं पर विश्वास करना चाहिए। उन्होनें स्वामी विवेकानंद जी द्वारा वेदांत के बारे में बताई गई बातों को सुनने और समझने का आग्रह किया।
श्री शर्मा जी ने कहा कि 22 जनवरी को भगवान अपने घर आ रहे है। अपने घरों में दीपक जरूर जलाये। उन्होनें शिक्षित युवाओं को लोकतंत्र की ताकत समझने एवं उसमें सक्रिय भूमिका निभाने कहा। श्री शर्मा जी ने विश्वविद्यालय के स्मार्ट क्लास, कम्प्यूटर लैब के साथ विभिन्न कक्षों का अवलोकन किया। इस अवसर पर उन्होनें विभिन्न तकनीकी कार्यों का लोकार्पण किया जिसमें विश्वविद्यालय द्वारा संचालित सीएसवीटीयू-फोर्ट, आरपीटीओ, न्यूकलियश टेक एवं सीएसवीटीयू-दिसा शामिल है। विधायक श्री ललित चंद्राकर जी ने आजादी के अमृत महोत्सव का उल्लेख करते हुए युवाओं को भारत के महापुरूषों के विचारों का अनुसरण करने की बात कही। विधायक श्री रिकेश सेन जी ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री द्वारा संकल्पित भारत को 2047 तक विकसित भारत बनाने में तकनीकी क्षेत्रों की भूमिका को बहुत महत्वपूर्ण बताया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एम. के. वर्मा के दूरदर्शी परिप्रेक्ष्य के अंतर्गत CSVTU द्वारा ग्रामीण उद्यमिता, ड्रोन पायलट प्रशिक्षण और कुशल मानव संसाधन जैसे मिल के पत्थर स्थापित किये जा रहे हैं।
विशविद्यालय द्वारा तकनिकी विकास तथा उद्यम को प्रोत्साहित करने हेतु Foundation for Rural Technology and Entrepreneurship कार्यक्रम संचालित की जा रही है जो कि सेक्शन-8 के अंतर्गत एक गैर लाभकारी कंपनी है, जो कृषि आधारित ग्रामीण स्टार्टअप को अनुदान द्वारा प्रोत्साहित करती है। युवा दिवस के अवसर पर उपमुख्यमंत्री द्वारा 8 स्टार्टअप्स को कुल 34 लाख रूपए का वित्त अनुदान सीड मनी के रूप में प्रदान किया गया। ज्ञात हो कि सीड मनी बिना किसी गारंटी के नॉन रिफंडेबल राशि के रूप में ग्रामीण अंचल के युवा स्टार्टअप फाउंडर को प्रदान किये जा रहे हैं।
*राज्य में पहले रिमोट पायलेट ट्रेनिंग सेंटर का हुआ लोकार्पण, प्रथम बैच का शुरूआत अगले सप्ताह से ही*
उप मुख्यमंत्री एवं तकीनीकी शिक्षा मंत्री श्री शर्मा ने तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के साथ साथ मध्य भारत में पहले रिमोट पायलट ट्रेनिंग आर्गेनाइजेशन (आरपीटीओ) लोकार्पण किया। यह ड्रोन एप्लीकेशन सेवा प्रदान करने वाला राज्य का एकमात्र संस्थान है। इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय प्रतिवर्ष 2400 कुशल पायलट तैयार करने में सक्षम होगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रथम बैच के रूप में आगामी सप्ताह में होने जा रहा है।
*विश्वविद्यालय से एमओयू के तहत न्यूक्लियशटेक कंपनी द्वारा बनाए गए ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेंटर का हुआ लोकार्पण*
विश्वविद्यालय में न्यूक्लियशटेक कंपनी द्वारा बनाए गए ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेंटर का आज लोकार्पण किया गया। उप मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों ने सेंटर का अवलोकन भी किया। इस कंपनी द्वारा प्रति वर्ष 100 छात्रों को रोजगार एवं ट्रेनिंग के अवसर प्रदान किये जायेगें।
* *राष्ट्रीय स्तर पर मान्य होगा Dronacharya Integrated Skill Academy के अंतर्गत दिया जाने वाला कौशल उन्नयन प्रशिक्षण **
विश्वविद्यालय सीएसवीटीयू कौशल उन्नयन की दिशा में अग्रणी पहल करते हुए DISA के अंतर्गत न केवल छात्रों को अपितु प्रशिक्षकों को भी प्रशिक्षण देने का कार्य करेगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत नेशनल कौंसिल फॉर वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (NCVET) नई दिल्ली के साथ हुए समझौते के अनुसार विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त कौशल प्रमाण पत्र राष्ट्रीय स्तर पर मान्य होंगे।
कुलपति प्रो. एम. के. वर्मा ने उपमुख्यमंत्री के आगमन पर उनके स्वागत संबोधन में कहा कि उनकी उपस्थिति से विश्वविद्यालय को नयी दिशा तथा ऊर्जा मिली। उन्होंने सर्वेक्षण हेतु विभिन्न क्षेत्रों में यूएवी मानव) रहित विमान, महत्त्व बताते हुए जल जीवन मिशन वन विभाग, एस.ई.सी.एल. का उल्लेख किया तथा आरपीटीओ द्वारा शिक्षित बेरोजगारों को विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध रोजगार के अवसर का उल्लेख करते हुए भविष्य में इस तकनीक के द्वारा बहुआयामी सेवाओं की बात कही। 100 छात्रों के सालाना प्लेसमेंट एण्ड ट्रेनिंग हेतु न्यूकलियस टेक से कंपनी से एम ओ यू की विशिष्टता बताई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सम-कुलपति प्रो. संजय अग्रवाल, कुलसचिव डॉ. अंकित अरोरा, यूटीडी के निदेशक डॉ. पी.के.घोष, प्रो. आर.एन. पटेल के साथ विश्वविद्यालय परिवार के समस्त अधिकारी एवं बड़ी संख्या में छात्र/छात्राएं उपस्थित रहें।