Home छत्तीसगढ़ राज्य के सांस्कृतिक मानचित्र पर रामायण मंडलियों का महत्वपूर्ण योगदान

राज्य के सांस्कृतिक मानचित्र पर रामायण मंडलियों का महत्वपूर्ण योगदान

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छत्तीसगढ़ में रामायण मंडली प्रतियोगिता 25 नवम्बर से शुरू हो गया है। संस्कृति विभाग के सचिव ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को पत्र प्रेषित कर सफलता-पूर्वक आयोजन करने के निर्देश दिए है। प्रतियोगिता में जूरी सदस्यों के रूप में स्थानीय जनप्रतिनिधि, मानस विशेषज्ञ, वरिष्ठ कलाकार, संगीत शिक्षकों को शामिल करने को कहा गया है।
संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रथम चरण मे ग्राम पंचायत स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन 25 नवम्बर से प्रारंभ है यह प्रतियोगिता 15 दिसम्बर तक चलेगा। दूसरे चरण में जनपद पंचायत स्तर पर पांच जनवरी से 25 जनवरी 2023 तक चलेगा। तीसरे चरण में जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन 27 जनवरी से 03 फरवरी 2023 तक चलेगा और चौथे चरण में जिला स्तर के विजेताओं का राज्य स्तरीय प्रतियोगिता 16 फरवरी से 18 फरवरी तक राजिम, जिला गरियाबंद में आयोजित होगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश के मानचित्र में रामायण मंडलियों के महत्ता को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2021-22 से रामायण मंडली प्रतियोेगिता का आयोजन करा रहे हैं।
संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य शासन द्वारा विगत वर्ष की तरह रामायण मंडलियों को प्रोत्साहित करने हेतु राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। पूर्व की भांति यह प्रतियोगिता पहले चरण में ग्राम पंचायत, फिर दूसरे चरण में प्रत्येक ग्राम पंचायत से चुने गये रामायण मंडलियों के बीच जनपद पंचायत स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित किया जाएगा। जनपद पंचायत के विजेता रामायण मंडलियों के बीच जिला स्तर पर प्रतियोगिता के माध्यम से जिला स्तरीय विजेता को चुना जाएगा। जिला स्तरीय विजेता रामायण मंडलियों के बीच राज्य स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित किया जायेगा।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य स्तरीय आयोजन के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त विजेता दलों को क्रमशः 5 लाख, 3 लाख एवं 2 लाख रूपए का पुरस्कार राशि प्रदाय किया जायेगा। संस्कृति विभाग द्वारा इस आयोजन के समन्वय के लिए उपसंचालक श्री उमेश मिश्रा (+91-9752040000) को नोडल अधिकारी एवं कार्यक्रम संयोजक श्री युगल तिवारी (+91-9406398080) को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया।