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ग्रामीण संग्राहकों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से लाभान्वित करने हेतु व्यापक पहल करें-कलेक्टर रितेश अग्रवाल

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कलेक्टर ने ली वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों सहित समिति प्रबन्धकों की बैठक।

तेन्दूपत्ता संग्राहकों को बैंक खाते से मिलेगी तेन्दूपत्ता संग्रहण पारीश्रमिक एवं प्रोत्साहन राशि।

बीजापुर-कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों सहित प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के प्रबंधकों की बैठक में राज्य शासन द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अधिकाधिक लघु वनोपज की खरीदी सुनिश्चित करने को कहा। उन्होेने इस दिशा में व्यापक प्रचार-प्रसार करने सहित महिला स्व-सहायता समूहों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये।वहीं उन्होने कहा कि राज्य शासन की मंशानुरूप तेन्दूपत्ता संग्राहकों को संग्रहण पारीश्रमिक राशि एवं प्रोत्साहन पारीश्रमिक राशि का भुगतान उनके बैंक खाते में किया जायेगा।इस बारे में ग्रामीणों एवं तेन्दूपत्ता संग्राहकों को बैंक खाते से भुगतान संबंधी समझाईश देने के निर्देश दिये।

कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने बैठक के दौरान वर्तमान में विभिन्न लघु वनोपज की आवक एवं संग्रहण स्थिति की विस्तृत जानकारी ली और निर्देशित किया कि राज्य शासन द्वारा वनांचल में निवास करने वाले ग्रामीण वनोपज संग्राहकों को संग्रहित लघु वनोपज का वाजिब दाम दिलाने के उद्देश्य से 38 प्रमुख लघु वनोपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया गया है।इसके साथ ही 14 अन्य महत्वपूर्ण लघु वनोपज की खरीदी के लिए दर निर्धारित किया गया है।इस दिशा में ग्रामीण संग्राहकों को लघु वनोपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य सुलभ कराने के लिए संवेदनशीलता के साथ प्रयास करें।इस हेतु न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लघु वनोपज की खरीदी तथा वन-धन संग्रहण केन्द्रों के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये।पेम्पलेट-ब्रोसर सहित दीवार लेखन के जरिये ग्रामीणों को अवगत कराया जाये।वहीं हाट-बाजारों में मुनादी के माध्यम से लोगों को संग्रहण केन्द्रों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लघु वनोपज की खरीदी के बारे में अवगत कराया जाये।इसके साथ ही पंचायत पदाधिकारियों को जानकारी देने सहित महिला स्व-सहायता समूहों की सक्रिय सहभागिता से अधिकाधिक लघु वनोपज की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सुनिश्चित किया जाये।कलेक्टर श्री अग्रवाल ने बैठक में निर्देशित किया कि शासन के निर्देशानुसार तेन्दूपत्ता संग्राहकों को तेन्दूपत्ता संग्रहण पारीश्रमिक राशि और प्रोत्साहन पारीश्रमिक राशि का भुगतान उनके बैंक खाते में किया जायेगा। इस हेतु निकटतम बैंक शाखा सहित बैंक सखी के माध्यम से तेन्दूपत्ता संग्राहकों को भुगतान सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होने इस बारे में ग्रामीणों तथा तेन्दूपत्ता संग्राहकों को समझाईश देने कहा। बैठक के दौरान डीएफओ श्री अशोक पटेल ने वर्तमान में ईमली एवं महुआ ईत्यादि लघु वनोपज की पर्याप्त मात्रा में आवक को दृष्टिगत रखते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लघु वनोपज खरीदी के बारे में ग्रामीणों को प्रोत्साहित कर अधिकाधिक लघु वनोपज का संग्रहण करने कहा। वहीं तेन्दूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को सहायता अनुदान राशि से लाभान्वित किये जाने हेतु बीमा प्रकरणों को शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। बैठक में अवगत कराया गया कि राज्य शासन द्वारा 38 लघु वनोपज हेतु निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य के तहत ईमली बीज सहित 36 रुपए प्रति किलोग्राम, महुआ बीज 29 रुपए, कालमेघ 35 रुपए, नागरमोथा 30 रुपए, बेलगुदा 30 रुपए, शहद 225 रुपए, महुआ फूल सूखा 30 रुपए, जामुन बीज सूखा 42 रुपए, कौंच बीज 21 रुपए, करंज बीज 22 रुपए, बायबडिंग 94 रुपए, आंवला बीज रहित 52 रुपए, फूल ईमली बीज रहित 63 रुपए, सालबीज 20 रुपए, चिरौंजी गुठली 126 रुपए, हर्रा साबुत 15 रुपए, बहेड़ा साबुत 17 रुपए, पुवाड़ चरौटा बीज 16 रुपए, गिलोय 40 रुपए, भेलवां 9 रुपए, कुसमी लाख 300 रुपए, रंगीनी लाख 220 रुपए, कुल्लू गोंद 125 रुपए, वन तुलसी बीज 16 रुपए, वन जीरा बीज 70 रुपए, ईमली बीज 11 रुपए, बहेड़ा कचरिया 20 रुपए, हर्रा कचरिया 25 रुपए, नीम बीज 27 रुपए, कुसुम बीज 23 रुपए, रीठा फल सूखा 14 रुपए, शिकाकाई फल्ली सूखा 14 रुपए, सतावर जड़ सूखा 107 रुपए, काजू गुठली 90 रुपए, मालकांगनी बीज 100 रुपए और माहुल पत्ता का 15 रुपए प्रति किलोग्राम न्यूनतम समर्थन मूल्य नियत है। इसके अतिरिक्त 14 अन्य लघुवनोपज की खरीदी के लिए भी दर निर्धारित किया गया है। जिसमें कुटज छाल 12 रूपए प्रति किलोग्राम, पलाश फूल(सूखा) 10 रूपए, बेल फल 10 रूपए, सवई घास 14 रूपए, काटा झाडू 23 रूपए, जामुन फल 23 रूपए, तिखुर कंद 25 रूपए, आंवला फल 28 रूपए, पताल कुम्हड़ा 30 रूपए, इंद्र जौ (कोरिया बीज) 150 रूपए, रंगीनी लाख 220 रूपए, कुसमी लाख 300 रूपए, अश्वगंधा 325 रूपए तथा सफेद मुसली 650 रूपए प्रति किलोग्राम खरीदी दर निर्धारित है।ज्ञातव्य है कि बीजापुर जिले में महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से 25 हाट-बाजार संग्रहण केन्द्रों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लघु वनोपज का संग्रहण किया जा रहा है। वहीं संग्रहित लघु वनोपज का प्राथमिक प्रसंस्करण कार्य में बीजापुर, भैरमगढ़, आवापल्ली तथा भोपालपटनम के वन-धन विकास केन्द्रों से दस-दस महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाएं जुड़ी हुई हैं।