राजनांदगांव। स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार आगे पायदान पर आने के लिए नगर निगम ने कमर कस ली है। निगम प्रशासन का पूरा फोकस स्वच्छता रैंकिंग पर है, जिसके लिए सफाई कर्मियों को नियमित सफाई करने की हिदायत भी दी है, लेकिन बड़ी बात यह है कि निगम प्रशासन को स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में सम्मान दिलाने वाले सफाई कर्मचारी समय पर वेतन नहीं मिलने से परेशान है। पीएफ की राशि में कटौती को लेकर भी सफाई कर्मचारी निगम प्रशासन को अवगत करा चुके है। इसके बाद भी न सफाई कर्मियों को हर माह समय पर वेतन मिल रहा है और न पीएफ राशि उनके खाते में जमा हो रही है।
नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन संघ के अध्यक्ष गोलू नायक ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी में सफाई कर्मी जी तोड़ मेहनत कर रहे है। गोलू ने कहा कि रैंकिंग अच्छा मिलने पर इसका पूरा श्रेय निगम के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को मिलता है और शहर की गंदगी उठाने वाले सफाई कर्मियों को समय पर वेतन तक नहीं मिलता। वर्तमान में भी सफाई कर्मचारी स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी में जुटे हुए है। कर्मचारी सुबह से शहर की सड़कों के साथ नालियों की गंदगी साफ कर रहे है। इसके बाद भी प्लेसमेंट सफाई कर्मियों को समय पर वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण कर्मचारियों को आर्थिक संकट से हर माह जूझना पड़ता है। अभी भी प्लेसमेंट सफाई कर्मियों को वेतन भुगतान नहीं हुआ है। हर बार निगम अधिकारी और जनप्रतिनिधि सफाई कर्मचारियों को आश्वासन ही देते आ रहे है, लेकिन समय में वेतन भुगतान नहीं कर रहे है, जिसको लेकर सफाई कर्मियों में रोष है।
श्री नायक ने कहा कि यदि प्लेसमेंट कर्मचारियों का वेतन भुगतान नहीं किया गया तो आने वाले समय में अपनी मांगों को लेकर सड़क की लड़ाई लडेंगे।