छुरिया। विगत दिनों राजनांदगांव में स्वास्थ्य विभाग ने गैर लाइसेंस क्लीनिक एवं दवाखानों पर दबिश दी और कार्यवाही की और जांच के दौरान संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने हेतु नोटिस दी गई, वांछित दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किये जाने पर छत्तीसगढ़ नर्सिंग होम एक्ट के तहत क्लीनिक एवं दवाखाना बंद करने की कार्यवही करने की बात कही, तो क्या उपरोक्त कार्यवाही सिर्फ शहरी इलाकों में करने के लिये ही है या इस कार्यवाही को ग्रामीण इलाकों में किया जाना है, यदि इस प्रकार की दबिश देने की कार्यवाही सभी ओर एक समान लागू करने की नीति कार्य करती है तो फिर नगर पंचायत छुरिया और इसके आसपास आने वाले क्षेत्र में ऐसी कार्यवाही अब तक क्यों नहीं की जा रही है। किसी विशेष मुहुर्त का इंतजार किया जा रहा, तब ऐसी कार्यवाही की जायेगी या किसी प्रकार की कोई जानमाल की हानि या किसी की अप्रत्याशित मौत हो जायेगी तब स्वास्थ्य विभाग जागेगा। अभी भी कोई देर नहीं हुई है। छुरिया क्षेत्र में झोला छाप डाक्टरों की क्लीनिक, घर पहुंच झोला छाप डाक्टर, क्या देशी जड़ी-बूटी के डॉक्टर और क्या बंगाली डाक्टर सभी की दुकानें छुरिया क्षेत्र में 1 खोजेंगे 4 मिलेगी। एैसे डाक्टरों की क्लीनिक पर दबिश देने की कार्यवाही भी होनी चाहिए, जिससे इस प्रकार से झोला छाप डाक्टरों के अलावा छुरिया क्षेत्र में चलने वाले पैथालाजी जांच सेंटर की दस्तावेज संबंधित जांच की जानी चाहिये। अपना-अपना पैथालाजी सेंटर खोलकर किसी न किसी डॉक्टर का परामर्श केन्द्र बताकर किसी भी विभागीय कार्यवाही बचने का उपाय किया जा रहा है। एक्स-रे एवं डायग्नोस्टिक सेंटर के नाम से संचालित दुकानों की विश्वसनीयता पर भी विभाग को उचित ध्यान देना चाहिये।
आने वाले दिनों में पड़ने वाली भीषण गर्मी को देखते हुये स्वास्थ्य विभाग को अपनी पूरी तैयारी कर लेनी चाहिये और सभी गांवों तक आवश्यक दवाओं का भरपूर स्टाक बना लेना चाहिये और इस प्रकार से छुरिया क्षेत्र में संचालित अवैध दवाखानों और निजी डाक्टरों की जांच पड़ताल कर क्षेत्र के आमजन को सुरक्षा की गारंटी प्रदान करने में अपनी उचित कार्यवाही जल्द से जल्द करके सभी को आश्वस्त करने में विशेष सहयोग प्रदान करना चाहिये, ऐसा छुरिया क्षेत्र की जनता का मानना है।