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पहले किया अतिक्रमण और फिर बाद में शासकीय जमीन को बेचने की हो रही तैयारी!

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राजनांदगांव। शासकीय नहर नाली की जमीन को बेचने की तैयारी की जा रही है। मामले में जिस अजेश गुप्ता का नाम सुनाई पड़ रहा है, उसे गुप्ता कृषि प्लाट राजनांदगांव का सँचालक बताया जाता है। यह जो जमीन है वह लगभग सात एकड़ है, इसकी बाजारू कीमत आज लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में है। इस जमीन को सरकारी बताया जाता है। नहर के पार को समतल कर दिया गया था, ऐसा कब्जा करने की नीयत से किया गया था, जब किसान परेशान हो गए तो उन्होंने शिकवा शिकायत की। यह वर्ष २०२३ की बात है, तब शिकायत पर जल संसाधन विभाग राजनांदगांव ने कार्रवाई के नाम पर लिखा-पढ़ी की थी।
विभाग की ओर से उप संभाग दो के सहायक अभियंता ने जो पत्र अजेश गुप्ता को लिखा था, उसकी प्रतिलिपि ग्रामीणों को भी दी गई थी। लेकिन इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
शिकायत और उस पर लिखा गया पत्र फाइलों में ही रह गया। अब उसी जमीन को बेचे जाने की खबर सुनाई दे रही है। ग्रामीणों के अनुसार ऐसा प्रयास अजेश गुप्ता के द्वारा किए जाने की खबर है।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम बुच्चीभरदा में गुप्ता फार्म हाऊस के संचालक ने उक्त अतिक्रमण जमीन पर फेंसिंग कर कब्जा भी कर लिया गया है। जिसकी जानकारी ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग को भी दी है, जिस पर आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि अपनी जमीन के साथ साथ शासकीय जमीन को भी बेचने का साजिश की जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पानी की बढ़ी समस्या है। नाला से पानी निकासी नहीं होने से किसानों खेती किसानी करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।