भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली अपनी आक्रामक शैली के लिए जाने जाते हैं। जब वह टीम इंडिया के कप्तान थे तब भी उन्होंने प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए सेलेक्टर्स से लड़ाई लड़ी थी। संन्यास के बाद जब वह आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए डायरेक्टर रहे, तब भी उन्होंने यही किया। गांगुली ने दिल्ली के पूर्व कोच रिकी पोंटिंग से लड़ाई भी लड़ी।
भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने दिल्ली कैपिटल्स के ड्रेसिंग रूम को हैरान करने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि पोंटिंग जब दिल्ली के कोच थे तब वह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को अहमियत दे रहे थे और गांगुली इसे लेकर उनके खिलाफ भी हो गए थे।
धवन के लिए लड़ी लड़ाई
कैफ ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है। कैफ ने दिल्ली कैपिटल्स में भारतीय खिलाड़ियों को अहमियत देने के लिए गांगुली की तारीफ की है। कैफ ने बताया है कि 2019 सीजन से पहले पोंटिंग सनराइजर्स हैदराबाद से डेविड वॉर्नर को ट्रेड करना चाहते थे लेकिन गांगुली ने धवन का नाम लिया था। इसे लेकर वह पोंटिंग के खिलाफ खड़े रहे और सफल भी रहे।
कैफ ने कहा, “मुझे लगता है कि पोंटिंग भी इस बात को मानेंगे कि वह जो टीम हमने बनाई थी उसके साथ अच्छा कर सकते थे। आप विश्वास नहीं करेंगे एक समय ऐसा था जब हम ये सोचते थे कि किसे बाहर करें। टीम में अजिंक्य रहाणे, रविचंद्रन अश्विन, इशांत शर्मा और शिमरन हेटमायर तक के लिए भी जगह नहीं थी। फिर हम नीलामी में गए। मुझे इसके लिए गांगुली की तारीफ करनी चाहिए कि वह भारतीय खिलाड़ियों के साथ बने रहने के लिए अड़े रहे। उन्होंने धवन से बात की और इसके बाद धवन दिल्ली की टीम में आए।”
कैफ ने बताया कि पोटिंग अपने ही देश के वॉर्नर को टीम में चाहते थे और उनका मानना था कि धवन का करियर खत्म हो गया है। कैफ ने बताया, “हम सोच रहे थे कि क्या करें। लेकिन ये गांगुली थे जिन्होंने हमें मनाया और धवन को लेकर आए। पोटिंग मान नहीं रहे थे। उनको लग रहा था कि धवन का करियर खत्म हो गया है। क्योंकि ये वो समय था जब वह टेस्ट टीम से बाहर हो गए थे। लेकिन गांगुली ने पोटिंग को मनाया और धवन के आईपीएल आंकड़ों का हवाला देते हुए टीम में लेकर आए।