घरेलू शेयर बाजार में छह दिनों की लगातार गिरावट के बाद मंगलवार को उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार होता दिखा। सुस्त शुरुआत के बाद सुबह 9 बजकर 51 मिनट पर सेंसेक्स 304.83 (0.37%) अंकों की बढ़त के साथ 81,352.40 के स्तर पर पहुंच गया। दूसरी ओर, निफ्टी 91.25 (0.37%) अंकों की बढ़त के साथ 24,887.00 पर कारोबार करता दिखा।एशियाई बाजारों में नकारात्मक के रुझान के बाद मंगलवार को भारतीय शेयर बाजारों में बिकवाली का दबाव जारी रहा। इसी कारण, शुरुआती कारोबार में बाजार में उतार-चढ़ाव दिखा।
इससे पहले, निफ्टी और सेंसेक्स ने मिश्रित शुरुआत की। इसमें निफ्टी 50 इंडेक्स 36 अंक या 0.15 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 24,832.20 अंक पर खुला। वहीं, सेंसेक्स इंडेक्स 223.44 अंक या 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,826.56 अंक पर खुला।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, “मध्य पूर्व में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव, बड़े पैमाने पर एफपीआई की बिक्री और आज होने वाले चुनाव परिणामों को लेकर चिंताओं से नकारात्मक संकेतों के कारण बाजार में कमजोरी दिखी। सबसे महत्वपूर्ण ट्रिगर जिसने निफ्टी को शिखर से 5.6 प्रतिशत नीचे खींच लिया, वह पिछले छह कारोबारी दिनों के दौरान लगातार बड़ी एफपीआई की बिक्री रही।”
सेक्टोरल इंडेक्स में, निफ्टी प्राइवेट बैंक ने शुरुआती सत्र में 0.55 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ बढ़त का नेतृत्व किया और निफ्टी बैंक में भी 0.5 फीसदी की तेजी आई, जबकि निफ्टी एफएमसीजी, निफ्टी मीडिया और निफ्टी मेटल में बिकवाली का दबाव रहा। निफ्टी 50 शेयरों में से 20 बढ़त के साथ खुले, 26 गिरावट के साथ और 4 अपरिवर्तित रहे।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने पिछले छह कारोबारी सत्रों के दौरान 50,011 करोड़ रुपये के इक्विटी बेचे हैं, जिसकी भरपाई घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) द्वारा 53,203 करोड़ रुपये की खरीदारी से हुई है। इसके बावजूद कमजोर सेंटिमेंट के कारण बाजार में 5.6 फीसदी की गिरावट आई।
विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि यह सुझाव देने के लिए पर्याप्त संकेतक हैं कि एफपीआई ‘भारत बेचो, चीन खरीदो’ की रणनीति का पालन कर रहे हैं। भारत में ऊंचे मूल्यांकन और चीनी शेयरों के लिए सस्ते मूल्यांकन ने एफपीआई रणनीति में इस बदलाव को गति दी है।
प्रॉफिट आइडिया के एमडी वरुण अग्रवाल ने कहा, “सोमवार को निफ्टी इंडेक्स 24,800 के महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल पर बंद हुआ, जिसमें मोमेंटम इंडिकेटर्स ओवरसोल्ड क्षेत्र में थे, जिससे अस्थायी उछाल आ सकता है। हालांकि, 24,800 से नीचे साप्ताहिक बंद होने से आगे और गिरावट आ सकती है, संभवतः 24,000 तक।”
मंगलवार को अन्य एशियाई बाजारों में भी भारी बिकवाली का दबाव रहा, इस रिपोर्ट के समय हांगकांग के हैंग सेंग इंडेक्स में 7.5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। जापान के निक्केई इंडेक्स में 1.21 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि ताइवान के भारित सूचकांक में 0.76 प्रतिशत की गिरावट आई।