दुर्ग। भाद्र पक्ष ऋषि पंचमी पर आज पारिवारिक कावरिया संघ द्वारा विशाल कांवर यात्रा का आयोजन किया गया जिसके तहत शिवनाथ नदी महमरा घाट से लगभग 8किलोमीटर पैदल कांवर में जल लेकर सैकड़ों कांवरिया छातागढ़ स्थित प्राचीन शिव मंदिर पहुंचकर जल अभिषेक किया इस दौरान शिवनाथ नदी से से लेकर गंज पारा चौक,गवली पारा,ढीमर पारा,चंडी चौक, बजरंग चौक नया पारा चौक मोहलाई सहित जगह जगह कांवर यात्रियों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया इस दौरान यात्रा में पूरे यात्रा मार्ग भर कांवरिये डीजे में चल रहे शिवभक्ति गानों में झूमते गाते जा रहे थे इस कांवर यात्रा में निगम के पूर्व सभापति दिनेश देवांगन सहित बड़ी संख्या में बाबा धाम यात्रा जाने वाले शिवनाथ बोलबम समिति के कांवरिये भी खुले पांव पैदल कांवर यात्रा कर प्राचीन भोले बाबा के मंदिर में स्थापित शिवलिंग में जल अर्पण किया कांवर यात्रा के दौरान नया पारा के कावरियों ने बांस से 21फीट लम्बा सुसज्जित कांवर बनाया था जिसमें बड़ी गुंडियो में जल भरकर एक साथ एक दर्जन से अधिक युवा व महिलाए धारण किए चल रहे थे जो आकर्षण के केंद्र थे।
कांवर यात्रा के संबंध में पारिवारिक कांवरिया समिति के अध्यक्ष छेदी लाल चक्रधारी ने बताया कि समिति द्वारा ऋषि पंचमी के दिन कांवर यात्रा का यह 28वा वर्ष है जिसमे सभी वर्ग के लोग सहयोग करते है और कांवर यात्रा पश्चात विशेष हवन पूजन व भंडारा का भी आयोजन किया गया जिसमे सभी भक्तो ने प्रसादी ग्रहण किया पूर्व सभापति दिनेश देवांगन ने कहा की बाबाधाम यात्रा के बाद मिनी कांवर यात्रा के रूप शिवनाथ नदी से छातागढ़ तक पैदल कांवर यात्रा करना सुखद अनुभती होती है जन कल्याण के भावना से पारिवारिक कांवरिया समिति द्वारा किया आयोजन सराहनीय है इस अवसर पर पंडित विक्रांत पुरोहित ने विधिविधान से यज्ञ व पूजन संपन्न कराया।कांवर यात्रा में प्रमुख रूप से पुरन प्रसाद दुबे,पंडित राम अवतार शर्मा,रमणीय महाराज,पंडित विक्रांत दुबे,ओमप्रकाश शर्मा,शत्रुहन चक्रधारी,विभीषण चक्रधारी,पंडित रवि शर्मा,दिनू देवांगन,जय लाल यादव,ललित देवदास,अभिषेक चक्रधारी,व्यंक्तेश्वर चक्रधारी तीरथ साहू,भगवत साहू,राम बाई देवांगन,सुशीला चक्रधारी,मुकेश सोनी,पंकज गुप्ता,प्रेम गुप्ता,नीलकंठ देवांगन शुक्ला युवराज साहू प्रेम गुप्ता रवि यादव उमेश गुप्ता,सोनू साहू अंशु गुप्ता,छोटे लाल राजकुमार चेलक,कमल सोनी,आरती चंदेरवार पवन राजपूत,राजेंद्र सहित बड़ी संख्या में कावरिया शामिल थे।