राजनांदगांव। डोंगरगढ़ पूर्व विधायक भुनेश्वर सिंह बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की नाकाम सरकार उद्योगों को षड्यंत्र पूर्वक बंद करवा कर लाखों कार्यरत लोगों को बेरोजगारी का रास्ता दिखा चुकी है। बिजली दर में वृद्धि के साथ लगभग 200 से अधिक उद्योग बंद होने के कगार पर आ चुके हैं, फिर से वह समय लौट चुका है, जब भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार ने सैकड़ों उद्योगों को बंदकर दिया था और अब भी वही चल रहा है। वह समय दूर नहीं जब प्रदेश में बेरोजगारी फिर से बढ़ जाएगी और प्रदेश में लाखों लोगों के समक्ष रोजी-रोटी कामना एक संकट बन जाएगा।
श्री बघेल ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में उद्योगों को 6 रूपये प्रति यूनिट में बिजली दी जा रही थी, लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद इसे 7.60 रुपए प्रति यूनिट कर दिया गया है, जहां 15 फीसदी तक एफपीपीएसए 10 पैसे उपकर लिया जा रहा है। जिसके चलते उत्पादन की लागत बढ़ गई है, जहां लागत बढ़ने का असर लोहे की कीमत पर पड़ेगा, कुछ दिनों में ही लोहे की कीमतों में 10 प्रतिशत से ज्यादा वृद्धि हो जाएगी। लोहे का उपयोग कई प्रकार के कार्यों में किया जाता है, जिससे महंगाई दर बढ़ सकती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 500 से अधिक उद्योगों का संचालन हो रहा है, पर आज यह उद्योगपति भाजपा सरकार को कोस रहे हैं, उनके समझ से परे है कि आखिर करें तो क्या करें! अब उनके सामने उद्योग बंद करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। उद्योगों बंद होने से लाखों बेरोजगार नहीं बल्कि लाखों परिवारों को इसका परिणाम झेलना पड़ेगा। छत्तीसगढ़ को देश में उत्पादक राज्यों में गिना जाता है, लेकिन उपभोक्ता की नजर से राज्य छोटा है। जाहिर सी बात है कि अन्य राज्यों की तुलना में हमारे राज्य में उत्पादन महंगा होगा और बिक्री भी महंगी होगी। इसलिए आने वाले समय में राज्य को न केवल बेरोजगारी का सामना करना पड़ेगा, बल्कि जनता को डबल इंजन सरकार द्वारा मिलने वाली महंगाई की दोहरी मार भी झेलनी पड़ेगी।