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गंजपारा और म्युनिस्पल में प्राथमिक हिन्दी माध्यम स्कूल आरंभ हो : क्रिष्टोफर पॉल

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राजनांदगांव। शासन द्वारा राज्य के किसी भी विद्यालय में हिंदी माध्यम की शिक्षा को बंद करने का कभी कोई आदेश नहीं दिया गया। बावजूद इसके शहर में दो स्थानों पर हिन्दी माध्यम के प्राथमिक स्कूल बंद कर दिए गए, जिसको लेकर छत्तीसगढ़ पैरेंटस एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल ने नवपदस्थ प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल को पत्र लिखकर इन दोनों स्थानों पर अविलंभ हिन्दी माध्यम के प्राथमिक स्कूल आरंभ करने का आग्रह किया है।
गंजपारा में वर्ष 2018 को इग्नाईट योजना अंतर्गत हिन्दी माध्यम के प्राथमिक स्कूल बंद कर अंग्रेजी माध्यम के स्कूल आरंभ किया गया, जबकि शासन स्तर पर यहां हिन्दी माध्यम स्कूल बंद करने का कभी कोई आदेश नहीं दिया गया था। बावजूद इसके यहां हिन्दी माध्यम स्कूल बंद कर दिया गया, जबकि शासन स्तर पर यहां हिन्दी माध्यम स्कूल निरंतर संचालित करने का आदेश दिया गया है, वैसे ही वर्ष 2020 में म्युनिस्पल स्कूल में संचालित प्राथमिक हिन्दी माध्यम स्कूल को बंद कर स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल संचालित किया जा रहा, जबकि यहां पर भी पूर्व से संचालित हिन्दी माध्यम प्राथमिक स्कूल को बंद करने को शासन स्तर पर कोई आदेश नहीं दिया गया। बावजूद इसके यहां पर भी हिन्दी माध्यम के प्राथमिक स्कूल को बंद कर दिया गया।
श्री पॉल ने बताया कि गंजपारा और म्युनिस्पल स्कूल में हिन्दी माध्यम के प्राथमिक स्कूल बंद करने को कोई आदेश शासन ने कभी नहीं दिया। बावजूद इसके इन दोनो स्थानों पर प्राथमिक हिन्दी माध्यम स्कूल बंद कर दिया गया, जो शासन के आदेश का स्पष्ट उल्लंघन है, इतना ही नहीं माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर ने भी इन स्थानों में हिन्दी माध्यम स्कूल संचालित करते रहने का आदेश दिनांक 6 जुलाई 2023 को दिया है। शासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि इन स्थानों पर दो पालियों में भी शाला संचालित किया जा सकता है, लेकिन हिन्दी माध्यम की शिक्षा को बंद नहीं किया जावेगा और न ही भविष्य में इसे बंद करने की कोई योजना है।
श्री पॉल का कहना है कि जिले के जिम्मेदार अधिकारियों ने प्रायवेट स्कूलों को अनुचित लाभ दिलाने इन दोनों स्थानों पर पूर्व से संचालित हिन्दी माध्यम के प्राथमिक स्कूल को बंद कर दिया गया, जिसे पुनः आरंभ करने की मांग की गई है।