Home छत्तीसगढ़ यह चुनाव हार-जीत का नहीं, लोकतंत्र बचाने के लिए : राधिका खेड़ा

यह चुनाव हार-जीत का नहीं, लोकतंत्र बचाने के लिए : राधिका खेड़ा

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राजनांदगांव। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी प्रखर वक्ता राधिका खेड़ा आज राजनादगांव प्रेस क्लब में पत्रकारवार्ता लेकर कही कि आज हम एक बहुत ही भीषण चुनाव के समय में है। देश में ये चुनाव किसी को जिताने या किसी को हराने के लिए नहीं है, बल्कि यह चुनाव संविधान को बचाने के लिए है, क्योंकि लगातार भाजपा के सांसद सार्वजनिक रुप से इस बात को बल दे रहे हैं कि हमें 400 पार सीटें जितनी हैं, क्योंकि हमें संविधान बदलना है। संविधान को मोदी जी भाजपा इसीलिए बदलना चाह रहे हैं, क्योंकि उन्हें. आरक्षण हटाना है। लोगों से उनके विरोध करने का है छीनना है, सब कुछ अड़ानी-अंबानी को बेच देना है और कोई सवाल ना कर सके-मीडिया को बंद करना है कि वो भी सवाल ना उठा सके। भाजपा अपने मैनिफेस्टो में मोदी जी का 48 बार फोटो आता है। कांग्रेस के मैनिफेस्टो में राहुल जी की मात्र 3 बार फोटो है, इसीलिए भाजपा का ये मैनिफेस्टो नहीं है ये मोदी जी का फोटो एल्बम है। कांग्रेस ने कहा कि हम 3 लाख रिक्त पदों को भरेंगे। वहीं भाजपा के मैनिफेस्टो में नौकरियों का जिक्रम ही नहीं हैं। भाजपा की मैनिफेस्टो मिशन 2047 मतलब आज से 23 साल बाद करने की बात किए हैं। देश के जवानों को जो 18 साल की उम्र में अग्निवीर बनेंगे उन्हें 22 साल की उम्र में रिटायरमेंट कर देंगे। कांग्रेस पार्टी ने वादा किया है गारंटी दी है कि इस योजना को समाप्त किया जाएगा। हमने किसानों को एमएसपी पर लीगल गैरन्टी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू करने खेती-किसानी यंत्रों को जीएसटी के दायरे से दूर किया जाएगा और कर्ज माफी के लिए एक अलग से आयोग बनाया जाएगा, क्योंकि भाजपा का किसानों पर आंसू गैस के गोले, किसान आंदोलन में 800 किसान शहीद हो गए। किसी को आप एक बार मूर्ख बना सकते हैं, दो बार मूर्ख बना सकते हैं, बार-बार अगर आप किसी को मूर्ख बनाने की सोच रहे हैं तो आप स्वयं मूर्ख है। जनता मूर्ख नहीं है। पिछले पांच सालों में केन्द्र सरकार के खिलाफ किसान जमीन पर आंदोलन कर रहे हैं, छात्र युवा आंदोलन कर रहे हैं, जवान आंदोलन कर रहे हैं, पहलवान आंदोलन कर रहे हैं, जवान आंदोलन कर रहे हैं, ट्रेड यूनियन आंदोलन कर रहे हैं, रेलवे के, बीएसएनएल के, एलआइसी के, जीतने भी केंद्रीय कर्मचारियों में प्राइवेटाइजेशन के खिलाफ सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। हर तरफ लोग आंदोलित हैं। राजनादगाव की हालत तो यह है कि जनता को यहां के सांसद का नाम तक पता नहीं है। चर्चित लापता सांसद के बारे में जनता बोल रही है-कि 5 साल में एक भी बार दिखाई नहीं दिए। जनता के हितों से बेसुध भी रहे इसलिए सबक सिखाने का मौका मिला है जिसे चूकेंगे नही।
राधिका खेड़ा ने भाजपा को हर मुद्दे पर घेरते हुए तथ्य परख बाते रखते हुए पत्रकार साथियों के प्रश्नों का सटीक जवाब भी दिया। प्रेसवार्ता में प्रदेश महामंत्री शाहिद भाई, महापौर हेमा देशमुख, प्रदेश प्रवक्ता रुपेश दुबे, प्रदेश स महामंत्री आलोक चंद्राकर, मीडिया समन्वयक ऋषभ चंद्राकर, शुभम शुक्ला आदि उपस्थित थे।