शिमला । हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में हिमपात एवं वर्षा के कारण मंगलवार सुबह हिमस्खलन होने से चंद्रा नदी में जलप्रवाह अवरूद्ध हो गया था लेकिन उसे अब सही कर दिया गया. फलस्वरूप उसका जलस्तर बढ़ गया है, इसलिए लोगों को नदी से दूर रहने की सलाह दी जाती है. पुलिस ने कहा कि यात्रियों को बर्फीले क्षेत्रों में यात्रा के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है क्योंकि हिमपात वाले इस जिले में हिमस्खलन का जोखिम बहुत अधिक है. परामर्श में कहा गया है , ‘‘ तीव्र ढलानों से दूर रहिए, खतरे से सावधान रहिए, समूह में यात्रा कीजिए, मौसम की अद्यतन जानकारी रखिए तथा बर्फीले इलाकों में चौकन्ने रहिए.
राज्य में खराब मौसम के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 112 सड़कों को बंद कर दिया गया है. उनमें 107 सड़कें आदिवासी लाहौल एवं स्पीति जिले में हैं.
पिछले 24 घंटे में राज्य के ऊंचे पर्वतीय एवं आदिवासी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की बर्फबारी हुई जबकि विभिन्न पर्वतीय क्षेत्रों में रुक-रुक कर वर्षा होती रही. मौसम विज्ञान केंद्र, शिमला का कहना है कि लाहौल एवं स्पीति के हंसा और कोकसर में क्रमश: पांच सेंटीमीटर एवं दो सेंटीमीटर हिमपात हुआ.
मौसम कार्यालय ने चेतावनी जारी कर कहा है कि शुक्रवार को राज्य में छिटपुट स्थानों पर बिजली कड़कने के साथ ही गरज के साथ बारिश हो सकती है और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. बृहस्पतिवार से पश्चिमोत्तर भारत के फिर से पश्चिमी विक्षोभ की चपेट में आने का अनुमान है. मौसम कार्यालय का यह भी कहना है कि बुधवार को छोड़कर राज्य में 21 अप्रैल तक वर्षा हो सकती है.