अपनी सरजमीं पर पिछले 12 साल से टेस्ट क्रिकेट में चले आ रहे भारत के दबदबे को कड़ी चुनौती मिलेगी जब आक्रामकता की नई परिभाषा गढ़ने वाली इंग्लैंड टीम से आज से शुरू हो रहे पहले टेस्ट में रोहित शर्मा की टीम का सामना होगा. भारत को आखिरी बार अपनी धरती पर 2012 में एलिस्टेयर कुक की कप्तानी वाली इंग्लैंड टीम ने टेस्ट सीरीज में 2-1 से हराया था. उसके बाद से भारत ने लगातार 16 सीरीज जीती हैं, जिनमें सात में ‘क्लीन स्वीप’ किया है.
2013 से घर में भारत नहीं हारा कोई सीरीज
इस दौरान भारत ने अपनी मेजबानी में 46 टेस्ट खेले और सिर्फ तीन में पराजय का सामना किया. अगर दबदबे की बात की जाए और 80 के दशक की वेस्टइंडीज या उसके बाद की ऑस्ट्रेलियाई टीम भी कहीं नहीं ठहरती. पिछले एक दशक में इस प्रदर्शन के पीछे अनुकूल पिचों और गेंदबाजों का भी योगदान रहा जिन्हें पता था कि इन पिचों का फायदा कैसे उठाना है. भारत की कामयाबी की गाथा लिखने में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और बाएं हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा की भी अहम भूमिका रही.
37 साल के अश्विन में 17 साल के युवा जैसा जोश
टर्न लेने वाली पिच पर पहले मैच में अश्विन और जडेजा एक बार फिर भारतीय चुनौती की अगुवाई करेंगे. इंग्लैंड टीम अतीत में दोनों का सामना कर चुकी है और खास तौर पर अश्विन को लेकर काफी चिंतित होगी. 37 साल के अश्विन में अभी भी 17 साल के युवा जैसा जोश है. वह 2012 से अब तक 46 टेस्ट में 283 विकेट ले चुके हैं. जडेजा को उनका सहयोगी कहा जा सकता है, लेकिन अपने आप में भी वह काफी खतरनाक गेंदबाज हैं, उनकी सटीक पड़ती गेंदें टर्निंग पिच पर बल्लेबाजों को चकमा देने के लिए काफी हैं. उन्होंने इस दौरान 39 टेस्ट में 191 विकेट लिए हैं. दोनों मिलकर 21 की औसत से 500 के करीब विकेट ले चुके हैं.
रन मशीन विराट कोहली नहीं खेलेंगे
भारतीय टीम में तीसरे स्पिनर के तौर पर अक्षर पटेल का कुलदीप यादव को उतारा जा सकता है और संभावना अक्षर की अधिक लग रही है. इंग्लैंड टीम को पता है कि भारत में खेलने के लिए कितनी भी तैयारी कम है और इसके लिए उन्हें मानसिक मजबूती की भी जरूरत होगी. उनके लिए राहत की बात यह है कि पहले दो टेस्ट में रन मशीन विराट कोहली नहीं खेलेंगे जो निजी कारणों से बाहर हैं. कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ 28 मैचों में 1991 रन बनाए हैं जिनमें पांच शतक शामिल हैं.
शामिल होंगे ये घातक बल्लेबाज
मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज रजत पाटीदार कोहली के विकल्प के तौर पर हैदराबाद और विशाखापत्तनम टेस्ट के लिए टीम में शामिल होंगे. चौथे और पांचवें नंबर पर श्रेयस अय्यर और केएल राहुल उतर सकते हैं जबकि कोना भरत विकेटकीपिंग करेंगे. इंग्लैंड ने 2022 के आखिर में पाकिस्तान को टेस्ट सीरीज में 3-0 से हराया, लेकिन यहां चुनौती काफी कठिन होगी. युवा ऑफ स्पिनर शोएब बशीर को भारत का वीजा मिलने में देरी से भी उन्हें परेशानी हुई है. कप्तान बेन स्टोक्स कह ही चुके हैं कि वह बशीर को लेकर काफी दुखी हैं. कोच ब्रेंडन मैक्कुलम और कप्तान स्टोक्स की आक्रामक शैली ‘बैजबॉल’ के दम पर इंग्लैंड ने काफी कामयाबी हासिल की है. उसे एक बार फिर एक यूनिट के रूप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा, जिसमें जो रूट और स्टोक्स पर रन बनाने और जेम्स एंडरसन तथा स्पिनरों पर विकेट लेने की जिम्मेदारी होगी.