नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। इस कार्यक्रम में देश भर से विकसित भारत संकल्प यात्रा के हजारों लाभार्थी शामिल हुए। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और स्थानीय स्तर के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।प्रधानमंत्री ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के दो महीने पूरे होने का उल्लेख करते हुए कहा, “यात्रा का विकास रथ, विश्वास रथ में बदल चुका है और यह विश्वास है कि कोई भी पीछे नहीं छूटेगा।” लाभार्थियों के बीच भारी उत्साह और मांग को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को वीबीएसवाई को 26 जनवरी से आगे,फरवरी तक बढ़ाने का निर्देश दिया है।
15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा के आशीर्वाद से शुरू हुई यह यात्रा एक जन आंदोलन में बदल गई है और अब तक 15 करोड़ लोग इस यात्रा से जुड़ चुके हैं और इसने लगभग 80 प्रतिशत पंचायतों को कवर कर लिया है। पीएम मोदी ने कहा, “विकसित भारत संकल्प यात्रा का मुख्य उद्देश्य ऐसे लोगों तक पहुंच कायम करना था, जो किसी न किसी कारण से अब तक सरकारी योजनाओं से वंचित रहे हैं। मोदी ऐसे लोगों का सम्मान करते हैं और उन्हें महत्व देते हैं जिनकी सभी ने उपेक्षा की है।
प्रधानमंत्री ने सूचित किया कि यात्रा के दौरान 4 करोड़ से अधिक स्वास्थ्य जांच की गईं और 2.5 करोड़ टीबी संबंधी जांच और 50 लाख सिकल सेल एनीमिया संबंधी जांच की गईं। अब तक की यात्रा के दौरान 50 लाख आयुष्मान कार्ड, 33 लाख नए पीएम किसान लाभार्थी, 25 लाख नए किसान क्रेडिट कार्ड, 25 लाख मुफ्त गैस कनेक्शन और 10 लाख नए स्वनिधि आवेदन हासिल किए गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह संख्या किसी के लिए महज़ आंकड़े हो सकते हैं, लेकिन उनके लिए हर संख्या एक जीवन है। कोई ऐसा है, जो अब तक लाभान्वित होने से वंचित रह गया था। प्रधानमंत्री ने बहुआयामी गरीबी पर नई रिपोर्ट का उल्लेख किया। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 9 साल में सरकार के प्रयासों से 25 करोड़ लोग गरीबी के चंगुल से बाहर आए हैं। उन्होंने कहा, “पिछले 10 वर्षों में हमारी सरकार ने जैसी पारदर्शी व्यवस्था बनाई है, वास्तविक प्रयास किए हैं और जनभागीदारी को बढ़ावा दिया है, उसने असंभव को भी संभव कर दिखाया है।