स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सभी जिलों के कलेक्टरों को पत्र जारी कर जांच बढ़ाने की बात कही है। नववर्ष और त्योहार को देखते हुए कोविड संक्रमण को रोकने के लिए जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवाओं की उपलब्धता की जांच के निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक जिले में कम से कम 100 सैंपल आरटीपीसीआर से कराने के भी निर्देश दिए गए है। कोविड पाजिटिव पाए जाने पर नए वैरिएंट की पहचान के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग जांच एम्स में की जाएगी।
बता दें कि देश में बीते कुछ दिनों से कोरोना ने एक बार फिर अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। प्रदेश में भी स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने स्वास्थ्य अधिकारियों को इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत बनाने, योजना तैयार करने निगरानी पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बुधवार को स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवाओं की तैयारी को लेकर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। इसमें प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी भी शामिल हुए।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने सभी को ज्यादा सतर्क रहने, अस्पतालों में तैयारियों को लेकर हर तीन माह में एक बार माकड्रिल करने, निगरानी बढ़ाने और लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कोविड मामलों, लक्षणों और मामलों को गंभीरता से लेते हुए निगरानी पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।