राजनांदगांव। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की ओर से गिरीश देवांगन को प्रत्याशी बनाए जाने पर राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पदाधिकारी पर अच्छा खासा उत्साह देखा जा रहा है। वहीं विधानसभा क्षेत्र की जनता अपने भांचा को विधानसभा भेज कर भांचा के साथ अन्याय करने वाले डॉ. रमन सिंह को सबक सिखाने का संकल्प ले ली है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता रूपेश दुबे ने बताया कि कांग्रेस पार्टी द्वारा गिरीश देवांगन को प्रत्याशी घोषित करने के बाद राजनांदगांव आगमन में महावीर चौक स्थित हनुमान जी के मंदिर में, दरगाह में माथा टेककर राजनांदगांव के विकास और समृद्धि की दुआ मांगी और अपने ननिहाल राजनांदगांव की धरती को नमन किया, वहीं दूसरे दिन राजनांदगांव की आराध्य कुलदेवी मां शीतला के दरबार में शीश नवाकर आरती के समय ढोल मांदर बजाकर जनता के साथ आत्मसात हुए फिर महाआरती में शामिल होने के उपरांत नवरात्रि में प्रसिद्ध गरबा उत्सव में शामिल होकर नवनिहाल, युवाओं, वरिष्ठजनों के साथ आत्मीय मुलाकात कर पूजा-अर्चना कर सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल होते हुए शानदार गरबा की भी प्रस्तुति की। राजनांदगांव की जनता ने गिरीश देवांगन को पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया और यह रेखांकित किया कि छत्तीसगढ़ में 15 वर्षीय राज करने वाले डॉ रमन सिंह छत्तीसगढ़ ने भाचा भगवान राम का के साथ जिस प्रकार से अन्याय करते हुए वनवास काल के दौरान उनके राम वनगमन को ना तो चिन्हांकित किए और ना ही संधारित किए, जिससे भांचा राम के प्रति राज्य की जनता की श्रद्धा को ठेस पहुंचाया। साथ-साथ भाजपा ने भगवान राम को सिर्फ चुनावी लाभ लेने के लिए उपयोग किया है, लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार आने के बाद भूपेश बघेल के नेतृत्व में करोड़ों रुपए के राम वन गमन परिपथ में फलदार औषधि युक्त पौधों के साथ परिकल्पना को पूर्ण किया है और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने ही छत्तीसगढ़ के संस्कृतियों को संवारा है, ऐसी स्थिति में जिन्होंने छत्तीसगढ़ की संस्कृति को संवारा और छत्तीसगढ़ के भांचा राम के प्रति सच्ची श्रद्धा रख धरातल पर कार्य योजना परिणत की है, उसे पार्टी प्रत्याशी गिरीश देवांगन जो राजनांदगांव के भांचा हैं, उनको इस चुनाव में जीत दिलाकर भाजपा को कड़ी सबक सीखकर का मन बनाया हुआ है।