राजनांदगांव। रि-पब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अम्बेडकर) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. गोजूपाल ने पत्रकार वार्ता में रमन सिंह एवं चुनाव आयोग व राजनांदगांव के विकास में प्रकाश डाला। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में 15 सालों में भ्रष्टाचार रूपी सरकार को चलने का कीर्तिमान हासिल तो किया पर छत्तीसगढ़ की भोली-भाली जनता को स्वप्न दिखाकर परदेसियों को मालामाल कर दिया। सबसे बड़ी बात यह है कि राजस्थान और बड़े उद्योग घराने में जो राजनांदगांव के सबसे बड़े उद्योग समूह के रूप में पहचान बनी है, वहां आखिर किसका संरक्षण है क्या वजह है, जो डॉ. रमन सिंह उद्योगपति को अपने बाजू में बैठा लेते थे। डॉ. रमन सिंह इस बात को पहले बेहतर जानते थे कि जनता को तो जब चाहे ठग लिया जाए। 15 साल के शासनकाल के पश्चात् बनाई गई सड़क आज तक नजर नहीं आती। क्या हर 5 साल में सड़के बनाई जाती है और 15 साल में अगर उन्होंने बनाई तो 15 साल की है, कई जगह अपने परिजनों को लेकर उद्घाटन करने का काम चिटफंड कंपनियों को संचालित करने के लिये किया और चिटफंड कंपनियों को लाभ पहंुचाने के उद्देश्य से उनके रिजन फीता काटते रहे और अपनी गाढ़ी मेहनत की कमाई कर पैसा लोगों ने डॉ. रमन सिंह के परिजनों के विश्वास पर डाला था कि जब प्रदेश का मुखिया का परिवार अगर किसी चीजों का उद्घाटन कर रहा है तो निश्चित् रूप से वह फर्जी नहीं हो सकती, पर लोगों की गाढ़ी कमाई की राशि करोड़ों रूपए लेकर कंपनियां भाग गई और उनके पुत्र के खिलाफ और राजनांदगांव के पूर्व सांसद मधुसुदन के खिलाफ थानों में मामलें दर्ज किए गए। भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा कारण रहा, जिसमें डॉ. रमन ने छत्तीसगढ़ की जनता को हर स्तर पर चलने का काम किया। धान का बोनस भी उन्होंने नहीं दिया था। डॉ. पाल ने आगे कहा कि राजनांदगांव का विकास नहीं, विनास आ है। राजनांदगांव वर्तमान में शिक्षा माफिया, हवाला माफिया एवं शराब माफिया के चंुगल में है।
राजनांदगांव को इन माफियों से बचाना है। 14 साल के रावण राज के बाद राम राज्य में रमन सिंह अदृश्य हो गये हैं। इस चुनाव में जमींनी हकीकत पता चल जाएगा। हम चुनाव जीतनें नहीं हराने आये हैं। विकास का मार्ग जनता को दिखानें आये हैं। इस चुनाव में हम कुछ मांग लेकर जनता के बीच जाएंगे तथा जनता को जगाएंगे, वोट के महत्व को समझाएंगे, वोट को बेकार न करें।