मुम्बई । पिछले कुछ समय में भारतीय टीम ने कई युवा खिलाड़ियों को अलग-अलग बल्लेबाजी क्रम पर आजमाया है। इसे लेकर टीम प्रबंधन की आलोचना तक हुई है। इसी को लेकर अब टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने अपनी बात रखी है। द्रविड़ ने कहा कि हम केवल प्रयोग करने के लिए ऐसा नहीं कर रहे। द्रविड़ ने कहा, प्रयोग शब्द का इस्तेमाल बिना सोचे समझे हो रही है जबकि वास्तविकता ये है कि कई बार अचानक ऐसी चीजें हो जाती हैं, जिसके कारण कुछ चीजें करनी पड़ती हैं।
इस दौरान द्रविड़ ने बल्लेबाजी को लेकर हो रहे प्रयोगों पर भी अपनी बात रखी और कहा , टीम के नंबर-4 और 5 को लेकर काफी बातें और चर्चा हो रही है। इससे ये छवि बन रही है कि इस नंबर पर कौन उतरेगा इसपर हमारे मन में संशय है पर ये सही नहीं है। कौन इस नंबर पर बल्लेबाजी करेगा इसका जवाब हम 18-19 महीने पहले ही बता सकते थे। चार और पांच नंबर के लिए हमने दो-तीन खिलाड़ियों को सूची में रखा था। इसमें श्रेयस अय्यर, केएल राहुल और ऋषभ पंत मध्यक्रम में बल्लेबाजी के लिए तय थे पर बदकिस्मती से से ये तीनों ही 2 महीने के भीतर चोटिल हो गए।
उन्होंने साल ही कहा, हाल के सालों में एकदिवसीय मुकाबलों की संख्या बहुत कम हो गई है। वहीं इस दौरान टी20 विश्व कप और विश्व टेस्ट चैंपियन भी होती है जिसके लिए भी खिलाड़ियों को पर्याप्त मैच देने होते हैं पर जब कुछ ही महीनों के अंतराल में आपके तीन अहम खिलाड़ी चोटिल हो जाते हैं तो हालात बदल जाते हैं। इसके बाद उन लोगों को अवसर देने पड़ते हैं जो मानसिक तौर पर विश्व कप या अन्य बड़े टूर्नामेंटों के लिए तैयार नहीं होते हैं। ऐसे में कई बार आप कुछ युवा खिलाड़ियों को अवसर देते हैं जिससे वे बड़े मंच के लिए तैयार हो सकें। हम चाहते हैं कि उन्हें भी अवसर मिलें क्योंकि वापसी कर रहे खिलाड़ी पूरी तरह से फिट हैं ये आप कह नहीं सकते हैं।