राजनांदगांव। राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत गठुला में नवनिर्चाचित सरपंच, उपसरपंच व पंचों के कार्यभार ग्रहण हेतु आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग अध्यक्ष जितेंद्र मुदलियार मुख्य अतिथि रहे, उनकी मौजूदगी में सभी नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों ने शपथ ली। इस दौरान उन्होंने मंच निर्माण के लिए प्रांगण में भूमिपूजन भी किया। श्री मुदलियार ने सभी को पंचवर्षीय कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं देते हुए ग्राम के सर्वांगीण विकास का दायित्व निभाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पंचायती राज के ढांचे को और सुदृढ़ बनाया है। शासन की कई योजनाओं हैं, जिससे ग्राम पंचायतों में रोजगार, आर्थिक और संरचना विकास की प्रक्रिया आसान हुई है। ऐसी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के प्रयास किए जाने की जरुरत है। रीपा, गौठान योजनाओं के सहारे कई ग्रामों में महिलाएं, युवक स्वालंबित हुए हैं और बड़ा आर्थिक लाभ जुटाया है। गौठानों के उत्पाद तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बिक रहे हैं। गोधन योजना भी कारगर साबित हो रही है। राजीव युवा मितान क्लब का गठन भी पंचायतों में किया गया है।
पंचायती राज व्यवस्था को लेकर सरकार की सोच पर बात करते हुए श्री मुदलियार ने कहा कि-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका को समझा है। इसलिए ही उन्होंने उनका मानदेय भी बढ़ाया। जिला पंचायत, जनपद पंचायत से लेकर सरपंच के लिए भी मानेदय की व्यवस्था की और निधि प्रदान की। ग्राम पटेल, कोटवारों को मिलने वाली राशि भी बढ़ाई गई है। मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका सभी को भूपेश सरकार ने सौगात दी है। इसलिए ही तो कहा जाता है-भूपेश हैए तो भरोसा है।
ग्राम गठुला के पंचायत भवन में आयोजित नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के शपथ व कार्यभार ग्रहण कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण जन जुटे थे। युवा आयोग अध्यक्ष श्री मुदलियार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे, उनके आगमन पर वरिष्ठ नागरिकों व ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया। यहां श्रीमती चित्ररेखा बाई सरपंच निर्वाचित हुई हैं। सुखीराम साहू को उपसरपंच चुना गया है। वहीं कुल 20 पंचों में 12 महिलाएं निर्वाचित होकर आई हैं। पुरुष पंचों की संख्या 8 है।
इस कार्यक्रम के दौरान जनपद पंचायत सदस्य श्रीमती ललिता टार्जन साहू, पंचगण चमेली बाई साहू, सुरीता साहू, सीमा निषाद, कुवंरिया मंडावी, यशवंत साहू, चैनसिंह श्रीवास, मोहनलाल साहू, पन्नूलाल श्रीवास, गोकुलदास साहू, चित्ररेखा साहू, रमा बाई, रीना निर्मलकर, नेमीचंद साहू, मोनिका बाई साहू, भुनेश्वरी साहू, शशिकला साहू, सूरजभान साहू, सोहदा साहू, रत्ना बाई साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद थे।