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पीएम मोदी बोले- मणिपुर की घटना शर्मसार करने वाली, हृदय में पीड़ा और क्रोध

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नई दिल्ली । आज संसद के मानसून सत्र का पहला दिन है। देश में मणिपुर हिंसा की जबरदस्त चर्चा है। दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने के मामले में विपक्ष हमलावर है। विपक्षी सदस्य सदन में चर्चा की मांग कर रहे हैं और प्रधानमंत्री के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री से जवाब मांगा जा रहा है। वैसे सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि वह मणिपुर समेत सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है।

संसद में हुई पीएम मोदी और सोनिया गांधी के बीच बातचीत

संसद के मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के बीच संक्षिप्त बातचीत हुई। सदन की कार्यवाही शुरू होने से ठीक पहले, पीएम मोदी ने विभिन्न नेताओं का अभिवादन किया। जैसे ही पीएम विपक्षी नेताओं की बेंच पर पहुंचे, उन्होंने सोनिया गांधी से थोड़ी बात की। संसद सत्र के पहले दिन नेताओं द्वारा एक-दूसरे को बधाई देने की प्रथा है।

लोकसभा और राज्यसभी कार्यवाही स्थगित

दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि देने के बाद लोकसभा दोपहर 2 बजे तक के लिए और राज्यसभा 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

संसद में Manipur हिंसा रहेगा सबसे बड़ा मुद्दा, 31 मुद्दों पर होनी है चर्चा

संसद का मानसूत्र आज से शुरू हो रहा है। इससे पहले मंगलवार को ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई गई, जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। कई बड़े मुद्दे हैं, जिन पर संसद में आज चर्चा होनी है। सबसे बड़ा मुद्दा मणिपुर में हिंसा का है। इसके अलावा, मानसून सत्र के लिए 31 मुद्दे हैं, जिन पर विचार विमर्श होना है। ऑल पार्टी मीटिंग के बाद केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने क्या कहा सुनते हैं।

बेइज्जती पूरे देश की हो रही: पीएम मोदी

आज जब मैं आपके बीच आया हूं, लोकतंत्र के इस मंदिर के पास खड़ा हूं तब मेरा हृदय पीड़ा और क्रोध से भरा हुआ है।
मणिपुर की जो घटना सामने आई है, वो किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है।
पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने हैं, कौन हैं… वो अपनी जगह हैं। बेइज्जती पूरे देश की हो रही है, 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है। मुझे विश्वास है कि सभी माननीय सांसद मिलकर इस सत्र का जनहित में सर्वाधिक उपयोग करेंगे। संसद की जो जिम्मेदारी है और हर सांसद की जिम्मेदारी है कि ऐसे अनेक कानूनों को बनाना, उसकी विस्तार से चर्चा करना बहुत ही आवश्यक है। इस सत्र में जो बिल लाए जा रहे हैं वो सीधे-सीधे जनता से जुड़े हुए हैं।
हमारी युवा पीढ़ी जो एक प्रकार से डिजिटल वर्ल्ड के साथ नेतृत्व कर रही है, उस समय डाटा प्रोटेक्शन बिल देश के हर नागरिक को एक नया विश्वास देने वाला और विश्व में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला है। हमारे यहां सदियों से एक परंपरा रही है कि जब विवाद हो तो उसे संवाद से सुलझाया जाए। उसको अब कानूनी आधार देते हुए Mediation बिल लाने की दिशा में इस सत्र का बहुत बड़ा उपयोग है। ऐसे अनेक महत्वपूर्ण बिल इस बार संसद में आ रहे हैं। ये जनहित के हैं, युवाहित के हैं, ये भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए हैं। मुझे विश्वास है कि सदन में गंभीरता पूर्वक चर्चा करके हम बहुत तेजी से राष्ट्रहित के महत्वपूर्ण कदमों को आगे बढ़ाएंगे। मणिपुर हिंसा और दो महिलाओं के साथ अभद्रता वाले वीडियो पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मैं देश को आश्वस्त करता हूं, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। कानून पूरी ताकत से अपना काम करेगा। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता।’