राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके आज अग्रसेन धाम में आयोजित महाराजा अग्रसेन जयंती समारोह में शामिल हुई। उन्होंने सर्वप्रथम परिसर में स्थित महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा पर पुष्पार्पण कर उन्हें नमन क़िया। राज्यपाल सुश्री उइके ने अग्रसेन जयंती के अवसर पर आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों के विजेताओं, मेधावी विद्यार्थियों तथा विशेष उपलब्धि हासिल करने वाले युवा प्रतिभाओं को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने रक्तदान तथा सामाजिक कार्यों को सुविधाजनक बनाने के लिए अग्रवाल समाज के युवाओं द्वारा तैयार वेबसाईट को भी लांच किया। अग्रवाल सभा द्वारा इस अवसर पर राज्यपाल सुश्री उइके को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।
राज्यपाल सुश्री उइके ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अग्रबन्धुओं को महाराजा अग्रसेन जयंती और शारदीय नवरात्रि की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष महाराजा अग्रसेन जी की पांच हजार एक सौ छिहत्तरवीं जयंती मनाई जा रही है। उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए उनके अनुयायी आज जनकल्याण के कार्य कर रहे हैं। जब हम प्राणी मात्र के कल्याण की बात करते हैं तो सदियों पहले महाराजा अग्रसेन द्वारा दिये गए करुणा और प्रेम के संदेश स्वतः ही याद आ जाते हैं। राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि बल, बुद्धि, क्षमा और करुणा से सम्पन्न महाराजा अग्रसेन के संदेश वर्तमान में अधिक प्रासंगिक है। वर्तमान में व्यापार-वाणिज्य के क्षेत्र में अग्रवंश समाज ने देश-विदेश में यश और प्रतिष्ठा प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन ने एक ईंट -एक रुपया का संदेश दिया और वे समाजवाद के आदि प्रणेता थे तथा सबके कल्याण की बात करते थे।राज्यपाल ने धर्मार्थ और सेवा के लिए अग्रसेवा दिवस मनाने की सराहना की और कहा कि अग्रबंधुओं द्वारा रायपुर में तीन कन्या छात्रावास, दो बालक छात्रावास और एक कॉलेज का संचालन भी किया जा रहा है। साथ ही अग्रवाल सभा द्वारा कोविड के कठिन समय में आर्थिक सहयोग दिया गया और अग्रसेन धाम को निःशुल्क कोविड केयर सेंटर बनाया, जिससे अनेकों मरीज लाभान्वित। राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि महाराजा अग्रसेन के संदेशों के मूल में सेवा है और उनके उद्देश्यों को पूरा करने में समाज तन्मयता के साथ जुटा हुआ है। कार्यक्रम में अग्रवाल सभा के अध्यक्ष श्री विजय अग्रवाल, वरिष्ठ सदस्यगण और अग्रवाल समाज के सदस्य उपस्थित थे।