छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में बदलाव की बयार देखने को मिल रही है। एक ओर स्वयं मुख्यमंत्री श्री बघेल भेंट-मुलाकात अभियान के तहत प्रदेश की ग्रामीण अंचलों में पहुंच रहे हैं। वहीं प्रशासन भी अब प्रदेश के संवेदनशील और अंदरूनी इलाकों तक पहुंच रहा है। इसी कड़ी में कोंडागांव जिले के बड़ेराजपुर विकासखण्ड के अंतिम छोर पर बसे संवेदनशील ग्राम बस्तरबुडरा एवं भालूपानी में जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक पहुंचे। यहां जिला कलेक्टर और एसपी ने ग्रामीणों के साथ वक्त बिताया साथ ही उन्हें उपहार दिये।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ‘‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’’ का नारा दिया है। इसे छत्तीसगढ़ का ध्येय वाक्य भी बनाया गया है। इस ध्येय को ध्यान में रखते हुए शासन-प्रशासन निरंतर कार्य भी कर रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को कोण्डागांव के बड़ेराजपुर विकासखण्ड के अंतिम छोर पर बसे संवेदनशील ग्राम बस्तरबुडरा एवं भालूपानी में सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित ‘मावा गिरदा कोंडानार‘ कार्यक्रम में शामिल होने कलेक्टर दीपक सोनी एवं पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल पहुंचे। पहली बार जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को अपने बीच पाकर ग्रामीणों की खुशी देखते बन रही थी। जिला कलेक्टर एवं एसपी ने भी ग्रामीणों की भावनाओं को समझते हुए उनके साथ वक्त बिताया साथ ही स्थानीय युवाओं और स्कूली बच्चों को खेलने के लिए व्हॉलीबॉल, क्रिकेट किट का वितरण करते हुए सभी युवाओं को टी-शर्ट बांटे। वहीं स्कूली बच्चों को चॉकलेट एवं नोटबुक भी गिफ्ट में दिए।