रायपुर : Naye Bharat ki Sankalpana – जीवन में चुनौतियां बहुत आती है। सफलता और असफलता दोनों एक सिक्के के दो पहलु हैं। कभी भी असफलता से घबराएं नहीं चुनौतियां स्वीकार करें, हमेशा दृढ़ निश्चय और संकल्प के साथ लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करें, आपको कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता। यह बात राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कही। प्रधानमंत्री मोदी ने नये भारत के निर्माण और आत्मनिर्भर राष्ट्र की संकल्पना दी है। ऐसे राष्ट्र निर्माण में विद्यार्थियों का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। हमारे युवा हमारे देश की ताकत है। वे अपने तकनीकी ज्ञान से राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
वे स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई के इंजीनियरिंग के छात्रों को संबोधित कर रही थी। उन्होंने विश्वविद्यालय के ऑडियो-वीडियो स्टूडियो का उद्घाटन भी किया। मुझे विश्वास है कि आप छत्तीसगढ़ राज्य का नाम जरूर रोशन करेंगे।जीवन में किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी आवश्यक होता है। अच्छे व्यवहार और संस्कार से ही जीवन में सफलता मिलती है। आप जीवन में कितनी भी ऊंचाई प्राप्त करें पर अहंकार का हमेशा त्याग करें।
विद्यार्थियों के प्रश्नों पर राज्यपाल ने दिया जवाब – उज्ज्वल भविष्य के मार्गदर्शन के प्रश्न पर राज्यपाल ने कहा कि लक्ष्य निर्धारित कर लगन और धैर्य के साथ मेहनत करें, सफलता आवश्य मिलेगी।(Naye Bharat ki Sankalpana) युवाओं के लिए सलाह संबंधी प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि आपका आत्मविश्वास ही आपको ताकत देगा, दोस्तों और गुरु से मार्गदर्शन ले, जीवन में मेहनत और एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी को संपूर्ण विकास के लिए अपने जीवन में अपनाएं।
सीएसवीटीयू के कर्मी से पूछा उनका हालचाल – भ्रमण के दौरान माननीय राज्यपाल ने अस्वस्थ दिखने पर वहां के कर्मी श्री रूपराम देवांगन का हाल-चाल लिया, जिस पर रूपराम देवांगन ने अपने स्वस्थ होने की बात कहीं और राज्यपाल को उनके चिंतन के लिए आभार व्यक्त किया।
राज्यपाल ने इस मशीन को लोक निर्माण, ग्रामीण विकास , कृषि एवं जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य तथा अन्य विभागों के लिए इसे उपयोगी बताया और कहा कि मास्टर प्लान के डिजाइन के लिए ऐसी मशीनें बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगी। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसर के खाली पड़े क्षेत्रों के लिए सुझाव देते हुए कहा खाली जगहों पर बच्चों के मनोरंजन के लिए पार्क निर्माण करें और पर्यावरण के अनुकुल विकास करें।
राज्यपाल ने डिजिटल मूल्यांकन सिस्टम के निरीक्षण करते हुए कहा कि कोरोना काल में जो स्थितियां निर्मित हुई है, उस परिस्थिति में डिजिटल मूल्यांकन कारगर होगी और मूल्यांकन पद्धति में भी पारदर्शिता आएगी।
इस अवसर पर राज्यपाल को सीएसवीटीयू भिलाई के द्वारा गोद लिए गए 42 गांवों पर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई और एनएसएस द्वारा किए गए विभिन्न सामाजिक कार्यों का उल्लेख किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विद्यार्थीगण उपस्थित थे।