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राज्य में रायगढ़ से शुरू हुआ एफसीआई में कस्टम मिलिंग का चावल जमा कराने का सिलसिला

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The process of depositing rice of custom milling in FCI started from Raigad in the state
Rice Millers Essocieation

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दूरदर्शी सोच और उदार फैसलों का नतीजा

  • छत्तीसगढ़ राज्य के कोटे का चावल जमा कराने उत्साहित और संकल्पित हैं राज्य के मिलर्स
  • 61.65 लाख मैट्रिक टन चावल जमा कराने लक्ष्य को करेंगे पूरा

रायपुर, 7 दिसम्बर | Rice Millers Association : छत्तीसगढ़ में अभी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत हुए हफ्ते भर का समय भी नहीं बीता है और राइस मिलर्स छत्तीसगढ़ राज्य के कोटे का चावल एफसीआई में जमा कराने लगे हैं। इसकी शुरुआत छत्तीसगढ़ महतारी के मोर मुकुट वाले रायगढ़ जिले से हुई है, जहां सोमवार 6 दिसंबर को आकांक्षा राइस मिल सरिया के संचालक ने एफसीआई रायगढ़ में 290 क्विंटल यानी एक लाट चावल जमा करके इसका श्रीगणेश कर दिया है। संभवतः राज्य में ऐसा पहली बार हुआ है जब धान खरीदी की शुरूआत के साथ-साथ एफसीआई में कस्टम मिलिंग का चावल जमा कराना भी शुरू हो  गया है। एफसीआई में इस साल के कोटे का चावल जमा कराने की रियल टाईम ऑनलाइन एन्ट्री भी हो रही है।

 धान खरीदी की शुरुआत के साथ-साथ सोसायटियों से धान का उठाव और कस्टम मिलिंग की शुरुआत दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल, उनकी दूरदर्शी सोच और उदार फैसलों का नतीजा है। अभी हाल ही में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राइस मिलर्स एसोसिएशन (Rice Millers Association) के साथ हुई दो-दो बैठकों में जिस संवेदनशीलता के साथ उनकी समस्याओं को सुना और उस पर त्वरित फैसले लिये, उसी समय यह आभास हो गया था, कि राइस मिलर्स इस बार अपनी पूरी क्षमता और उत्साह के साथ कस्टम मिलिंग की जिम्मेदारी पूरी करेंगे।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा राइस मिलर्स को ऑटो पंजीयन की सुविधा, पुराने बारदाने के मूल्य को 18 रुपये से बढ़ाकर 25 रुपये करने और कस्टम मिलिंग के लिए प्रति क्विंटल राइस मिलर्स को 120 रुपये की प्रोत्साहन राशि देने जैसे उदार फैसलों ने मिलर्स के उत्साह को दोगुना कर दिया है। छत्तीसगढ़ राइस मिलर्स एसोसिएशन (Rice Millers Association), मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की इस उदारता का मान रखने के लिए एकजुट और संकल्पित हैं। हफ्ते भर के भीतर ही एफसीआई में चावल जमा होने की शुरुआत दरअसल मुख्यमंत्री के इसी उदार फैसलों का नतीजा है। राज्य में राइस मिलर्स ने जिस तेजी से धान का उठाव और मिलिंग की शुरुआत की है, इसको देखकर यह लगता है कि एक-दो दिनों में सभी जिलों में एफसीआई गोदाम में कस्टम मिलिंग का चावल जमा कराने की तेजी से शुरुआत हो जाएगी।

छत्तीसगढ़ राज्य को इस साल 61.65 लाख मेट्रिक टन अरवा चावल सेंट्रल पूल में देना है। इस लक्ष्य को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राइस मिलर्स से पूरी क्षमता और गुणवत्ता के साथ कस्टम मिलिंग करने और एफसीआई में चावल जमा कराने का आह्वान किया है। उन्होंने रायगढ़ जिले से कस्टम मिलिंग के चावल के जमा होने की शुरुआत पर राज्य के राइस मिलर्स एसोसिएशन (Rice Millers Association) के पदाधिकारियों, आकांक्षा राइस मिल के संचालक तथा जिला प्रशासन रायगढ़ के अधिकारियों को बधाई दी है। गौरतलब है कि आकांक्षा राइस मिल सरिया द्वारा एफसीआई रायगढ़ में जमा कराया गया 290 क्विंटल चावल भारत सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड मिक्स इंडिकेटर टेस्ट एवं अन्य सभी मानकों पर सही पाया गया है।

कलेक्टर रायगढ़ से भीम सिंह ने बताया कि रायगढ़ जिले में लगभग 67 राइस मिलर्स एफसीआई में चावल जमा करने की तैयारी में है। आकांक्षा राइस मिल द्वारा लगभग 150 मेट्रिक टन चावल और जमा कराने के लिए मिलिंग पूरी कर ली गई है। दो-तीन दिन में एफसीआई में यह चावल जमा करा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार जिले में धान खरीदी के साथ-साथ धान का उठाव और कस्टम मिलिंग की प्रक्रिया तेजी से शुरू कर दी गई है। अब तक रायगढ़ जिले में 30223 मैट्रिक टन धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर हुई है। जिसके विरुद्ध 20580 मेट्रिक टन धान के उठाव का डी.ओ.जारी कर दिया गया है। मिलर्स तेजी से धान का उठाव करने लगे हैं ।अब तक 4000 मेट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है। आकांक्षा राइस मिल सरिया ने अब तक  258 मेट्रिक टन धान का उठाव किया है। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने भी रायगढ़ जिले में कस्टम मिलिंग का चावल जमा होने की शुरुआत होने पर प्रसन्नता जताई है और इसके लिए जिला प्रशासन और मिलर्स एसोसिएशन को बधाई दी है।